आजमगढ़ :- आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर 10 सूत्रीय मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने कलेक्ट्रेट के समक्ष पार्क में धरना व प्रदर्शन किया तथा मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने कहा कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं होती है तो वह आगे आंदोलन के लिए बाध्य होंगी। आक्रोशित आंगनवाड़ी कार्यत्रियों ने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जिस तरह वह हमारे हक को छीन रहे हैं उसी तरह आने वाले चुनाव में महिलाएं उनको गद्दी से उतार फेंकेगी।
महिला दिवस के अवसर पर आंदोलनरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने कहा कि 62 वर्ष पर आंगनबाड़ी महिलाओं को बिना पेंशन ग्रेच्युटी दिए ही सेवानिवृत्त कर दिया गया। इन्हें अन्य राज्यों की भांति पेंशन व ग्रेच्युटी के साथ सेवानिवृत्त तक का लाभ दिया जाए। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के आदेश अनुसार हर 5 साल पर इंक्रीमेंट का प्रावधान है लेकिन राज्य सरकार द्वारा विगत 5 वर्षों से किसी भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का इंक्रीमेंट नहीं किया गया, उनका इंक्रीमेंट किया जाए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार अपने घोषणापत्र का पालन कर 15000 आंगनबाड़ी कार्यकत्री व मिनी आंगनवाड़ी को 10000 सहायिकाओं का मानदेय प्रदान किया जाए। उन्होंने कहा कि मातृ समिति के खाते में अन्नप्राशन और गोद भराई का पैसा बैंकों द्वारा लो बैलेंस चार्ज के रूप में काट दिया जा रहा है। उसे बंद किया जाए और हॉट कुक्ड मील सहित अन्य में प्रधानों का हस्तक्षेप बंद कर समस्त बजट आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के खाते में भेजा जाए। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ स्वयं सहायता समूह की संबद्धता के कारण हो रही समस्याओं के निवारण के लिए इनकी संबद्धता को समाप्त किया जाए।