भभुआ कैमूरः एक तरफ राज्य सरकार द्वारा करोना गाईड लाईन को जारी करते हुए एक मार्च से स्कूल खोल दिया गया तो वही स्कूल के शिक्षको द्वारा गाईड लाईन को धज्जी उड़ाते हुए बच्चो को जमीन पर बैठाकर पढ़ाया जा रहा है। ये वाक्या भभुआ प्रखण्ड के सिकठी गांव के प्राथमिक विद्धालय का हैं जहां स्कूल के बच्चे जमीन पर बैठकर बिना मास्क पहने और सोशल दुरी का ना पालन करते हुए पढ़ते देखे जा रहे है यही नही वहा शिक्षक शिक्षिका भी बगैर मास्क पहने नजर आए पुछने पर प्रभारी प्रधानाध्यापक मोहन राम ने बताया के मै क्या करु हमलोगो के स्कूल में मास्क दिया ही नही गया तो हमलोग क्या कर सकते है रही बात जमीन पर पढाने के लिए तो बच्चो की संख्या अधिक है और कमरे तीन ही है
जिसके कारण बच्चे जमीन पर पढ़ने को मजबुर हैं जब की सिकठी गांव के ग्रामिणों का कहना है के स्कूल के लिए कमिटि द्वारा जमीन दी गई और स्कूल भी बनकर तैयार है लेकिन अभी तक स्कूल में बिजली कनेक्सन नही ली गई है लाखों रुपया खर्च करके स्कूल बन गया है जमीन मे पलस्तरा नही हुई है कुछ दिन बच्चे नये स्कूल में पढ़े भी थें लेकिन शिक्षा विभाग की गैरजिम्मेवारी कहे या दृढ़ निशचय की कमी जो आज तक स्कूल का पूर्ण काम नही हो सका।और बच्चे जमीन में पढ़ने को मजबुर है एक तरह सरकार स्कूल चले का नारा देकर बच्चो के द्वारा प्रभात फेरी लिकाला जा रहा है तो वही दुसरी तरफ बने लाखो के खर्च से स्कूल का निर्माण अधुरा छोड़ दिया गया है। ग्रामिणों का कहना है शिक्षा स्वास्थ के नाम पर लुट मची है दुसरा तरफ करोना बिमारी के नाम पर स्कूलों मे णसेनेटाईज मास्क के नाम पर जनता का पैसा विभाग द्वारा लुटा जा रहा है जब की ना स्कूल में सेनेटाईज होता है ना बच्चे को मास्क बाटा जाता है सब कागज पर हो रहा है।