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रेंगाली में हर्षोल्लास के सात मनाया गया महाशिवरात्री का त्योहार

Byadmin

Mar 12, 2021

रेंगाली:- शिवरात्रि के सुअवसर पर रेंगाली के शिव मन्दिरों में सेंकड़ों की संख्या में भक्तों ने बाबा भोलेनाथ के दर्शन किए ।सुबह से ही सभी श्र द्धालु ने घंटों लंबी कतार में खड़े होकर अपनी पारी आने पर शिव लिंग पे जल,दूध, नारियल,फुल,बेलपत्र अर्पित किया।इस सुअवसर पर मंदिरों में भजन कीर्तन भी आयोजित की गई जो देर रात तक चलती रही और सभी श्रद्धालु भी अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए अखंड दीप प्रज्वलित कर देर रात बैठे रहे।

माना जाता है कि भगवान शंकर भक्तों की प्रर्थना से जल्द प्रसन्न हो जाते हैं। इसी कारण हर कोई शिव को प्रसन्न करने में लगे रहते हैं।पौराणिक मान्यताओं के अनुसार फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाता है। माना जाता है कि सृष्टि का प्रारम्भ इसी दिन से हुआ था।इस दिन सृष्टि का आरम्भ अग्निलिंग (जो महादेव का विशालकाय स्वरूप है) के उदय से हुआ। इसी दिन भगवान शिव का विवाह देवी पार्वती के साथ हुआ था।

इस दिन महादेव की उपासना से व्यक्ति को जीवन में सम्पूर्ण सुख की प्राप्ति होती है. इस दिन व्रत, उपवास , मंत्रजाप तथा रात्रि जागरण का भी विशेष महत्व है.साल में होने वाली 12 शिवरात्रियों में से महाशिवरात्रि को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है।महाशिवरात्रि की एक और कथा शिव पुराण में भी वर्णन किया गया है।कैसे एक शिकारी शिवजी का परम भक्त बन जाता है।इसीलिए इस दिन को बहुत महत्व दिया जाता है और इस दिन भगवान शिव की बिधि पूर्वक पूजा अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।भारत सहित पूरी दुनिया में महाशिवरात्रि का पावन पर्व बहुत ही उत्साह के साथ मनाया जाता है।